तुम खुद ही खुद पे फिदा हो जाओगे.
गुमान न कर अपनी खुश-नसीबी का,
खुदा ने गर चाहा..
तो तुझे भी इश्क होगा.
अगर कसमें सच्ची होतीं
तो सबसे पहले खुदा मरता
अब कहा जरुरत है हाथों मे पत्थर उठाने की,
तोडने वाले तो जुबान से ही दिल तोड देते हैं..
कदर करनी है,
तो जीतेजी करो,
अरथी उठाते वक़्त तो
नफरत करने वाले भी रो पड़ते है.
खामोश बैठें तो कहते हैं उदासी अच्छी नहीं..
ज़रा सा हँस लें तो मुस्कुराने की वजह पूछ लेते हैं.
लोग कहते हे, जो दर्द देता हे वो ही दवा देता हे..
पता नहीं ऐसी फालतू बातोको कौन हवा देता हे!!
दुनिया में बहुत से लोग आईना देख कर डर जाते,
अगर..
आईने में चेहरा नहीं चरित्र दिखाई देता.
जान जब प्यारी थी,
तब दुश्मन हज़ारों थे..
अब मरने का शौक है तो क़ातिल नहीं मिलते.
यह जो मेरी क़ब्र पर रोते हैं,
अभी ऊठ जाऊँ,
तो ये जीने न दे..!!
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