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Tuesday, September 4, 2018

अनमोल वचन

बेहतर से बेहतर की तलाश करो;
मिल जाए नदी तो समंदर की तलाश करो;
टूट जाते हैं शीशे पत्थरों की चोट से;
टूट जाये पत्थर ऐसे शीशे की तलाश करो।


 हर मुश्किल के दो हल हैं;
1. भाग लो (उससे भाग जाओ)
2. भाग लो (उसका सामना करो)
फैसला आपका है।

 
 तजुर्बे ने शेरों को खामोश रहना सिखाया;
क्योंकि दहाड़ कर शिकार नहीं किया जाता;
कुत्ते भौंकते हैं अपने जिंदा होने का एहसास दिलाने के लिए;
मगऱ जंगल का सन्नाटा शेर की मौजूदगी बयाँ करता है।


संघर्ष में आदमी अकेला होता है;
सफलता में दुनिया उसके साथ होती है;
जब-जब जग उस पर हँसा है;
तब-तब उसी ने इतिहास रचा है।


 मायूस मत होना यह एक गुनाह होता है;
मिलता वही है जो किस्मत में लिखा होता है;
हर चीज़ मिले आसानी से यह ज़रूरी तो नहीं;
मुश्किलों के दौर में ही तो हिम्मत का पता चलता है।
 


बुझने लगी हों आँखें तेरी, चाहे थमने लगे रफ़्तार;
उखड़ने लगी हों साँसे तेरी, दिल करता हो चित्कार;
दोष विधाता को ना देना, बस मन में रखना तुम अपने आस;
विजयी बनता है वही, जिसके पास हो आत्मविश्वास।
 

करे कोशिश अगर इंसान तो क्या-क्या नहीं मिलता;
वो सिर उठा के तो देखे जिसे रास्ता नहीं मिलता;
भले ही धूप हो, काँटे हों राहों में मगर चलना तो पड़ता है;
क्योंकि किसी प्यासे को घर बैठे कभी दरिया नहीं मिलता।
 

जीत और हार आपकी सोच पर ही निर्भर करती है;
मान लो तो हार होगी और ठान लो जीत होगी।
 

हौंसले बुलंद कर रास्तों पर चल दे;
तुझे तेरा मुक़ाम मिल जायेगा;
बढ़ कर आगे अकेला तू पहल कर;
देख कर तुझको काफिला खुद बन जायेगा।
 

क्यों डरें कि ज़िंदगी में क्या होगा;
हर वक़्त क्यों सोचें कि बुरा होगा;
बढ़ते रहें मंज़िलों की ओर हम;
कुछ ना मिला तो क्या हुआ, तज़ुर्बा तो नया होगा।
 

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